लोटनी
लोटनी चाहे ओटनी (टेम्पलेट:Lang-en; स्किंक) बिछकुतिया के परजाति के जीव होखेले।[१][२] भारतीय जंतु बिज्ञान सर्वेक्षण के एगो रपट के मोताबिक भारत में ओटनी के कुल 62 गो प्रजाति पावल जालीं।[३]
बरनन
लोटनी एगो अईसन बिछकुतिया होले जेकर गोड़ छोट होला आ देहि लाम होला, कोनो कोनो परकार के लोटनी के गोड़ नाहीयो होखेला। लोटनी सभ के नेटी ना होखे बाकिर केहू केहू मे होबो करेला आ केहू केहू के बड़ ओ गोड़ होला।[४] कोनो कोनो परजाती के लाम पोंछियो होला जेकरा सिकारि सभ से बाचे ला ई आपन देहि से अलगा कऽ दिहेले। पोंछी छोड़ला के तीन चारि मास बाद नवका पोंछी जाम जाला।[५]
लोटनी के कवनो कवनो परजाती सात सेंटीमीटर जेतना छोट होखेलिसन जेमे आधवा पोंछी होखेला।[६] सोलोमोन टापु के लोटनी सभ से लाम होले आ एकर लमाई पनरह इंची ले होला।
कोनो कोनो लोटनी के खून हरियर होखेला।[७]
इतिहास
लोटनी के अंगरेजी मे स्किंक कहल जाला, जेवन कि यूनानी के सिंकोस आ लैटिन के सिंकस से 1580-90 मे अंगरेजी भासा मे आइल।[८]
चाल चलन
लोटनी भूञ के नीचे बेसी रहेले, बाकिर कबो कबो बहरो आवेले।
आहार
बेसी लोटनी माँसाहारी होले आ पिलुआ खाले। ई मुख रूप से माछी, झींगुर, टिड्डा, बीटल, घोंघा आ जोंकी खाले। कोनो कोनो परजाती सबाहारियो होखेला।[९]
जनन
भले बेसी लोटनी अंडा देवेले बाकिर 45 % अंडा ना देवेले आ सीधे बच्चा जन्मेले।