चौखंडी स्तूप

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टेम्पलेट:Infobox religious building चौखंडी स्तूप भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के बनारस शहर के नगीचे परसिद्ध बौद्ध तीरथ सारनाथ में एगो बौद्ध स्तूप बा। गुप्त काल (लगभग चउथी-पाँचवी सदी) में बनल ई स्तूप ओह अस्थान के चीन्हा के रूप में बनावल गइल हवे जहाँ गौतम बुद्ध के भेंट पहिला पाँच गो शिष्य लोग से भइल, जिन्हन लोग के ऊ सारनाथ में आपन पहिला उपदेश दिहलें।

स्तूप, सारनाथ के मुख्य खोदाई स्थल से दक्खिन ओर मौजूद बा आ ई चौकोर चबूतरा सभ के तीन गो मंजिल के रूप में बनल रहे। वर्तमान में एकरे ऊपरी हिस्सा में अठकोनी बुर्जी बा जे बाद के जमाना के निर्माण हवे।

इतिहास

चौखंडी स्तूप के निर्माण, अनुमान अनुसार गुप्त काल में, लगभग पाँचवी सदी[१] में भइल। एकरे ऊपरी हिस्सा में बनल आठ कोन के बुर्जी के बारे में बतावल जाला कि ई राजा टोडरमल के लइका, गोबर्धन द्वारा बनवावल गइल हवे।[२] गोबर्धन अकबर के जमाना में एह इलाका के गवर्नर रहलें आ 1588 में एह बुर्जी के निर्माण करवलें, एह जगह पर लिखल एकठो बिबरन के मोताबिक हुमायूँ के एह जगह आवे के यादगार के रूप में ई बुर्जी बनवावल गइल।[२]

बिबरन

text on stone
स्तूप के गेट पर परिचय देवे वाला पाथर पर लिखल बिबरन।
ईंट के बनल संरचना, सीढ़ीदार तिन गो लेवल आ ऊपर गोलाई के ढूह के ऊपर एगो बुर्जी
चौखंडी स्तूप, उत्तर-पुरुब के कोने से देखे पर

चौखंडी स्तूप, बनारस के ओर से सारनाथ जाए पर, रस्ता में पहिला बौद्ध स्मारक पड़े ला।[३] ई ईंटा क बनल एगो स्तूप हवे जे सारनाथ के मुख्य खोदाई स्थल से दक्खिन में मौजूद बा। चौकोन आकार के ई स्तूप देखे में तीन-तल्ला बुझाला हालाँकि ढह जाए के कारन तीनों मंजिल के बिभेद साफ-साफ ना पता चले ला। उत्तर ओर तीन गो लेवल साफ-साफ़ देखाई पड़े लें आ पूरबी हिस्सा के ओर से इनहन ले चहुँपे वाली सीढ़ीदार रचना भी मौजूद बा। ऊपरी हिस्सा गोलाई लिहले ढूह के आकार में बा जेकरे ऊपर बीचोबीच में आठ कोण के बुर्जी बनल बा।

स्तूप के चौहद्दी के गेट पर लागल बिबरन के मोताबिक एकर कुल ऊँचाई लगभग 93 फीट बाटे।

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गैलरी

संदर्भ

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बाहरी कड़ी

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