राहुल सांकृत्यायन
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टेम्पलेट:Infobox writer राहुल सांकृत्यायन, जिनके महापंडित क उपाधि दिहल जाले[१], हिंदी के एगो प्रमुख साहित्यकार अउर प्रतिष्ठित बहुभाषाविद् रहने[१]। उ हिंदी यात्रासहित्य क पितामह कहल जालें[१]। बौद्ध धर्म पर उनकर शोध हिंदी साहित्य में युगान्तरकारी मानल जाला, जेकरे खातिन उ तिब्बत से श्रीलंका तक भ्रमण करले रहने। एकरे अलावा उ मध्य-एशिया तथा कॉकेशस भ्रमण पे यात्रा वृतांत लिखने जेके साहित्यिक दृष्टि से बहुते महत्वपूर्ण मानल जाला।
राहुल जी की तिब्बत यात्रा की वर्णन के महत्व आ ओकर जिनगी की हर पहलू पर बिस्तार से परभावित हो के कुछ लोग 1933-52 की समय के यात्रा साहित्य में राहुल युग ले कहि दिहल।[२]
जीवन
राहुल सांकृत्यायन के जनम आजमगढ़ जिला के पंदहा गाँव में भइल रहल जवन उनुके ननिअउरा रहल।[३]
प्रमुख साहित्यिक कृति
कथा
- सतमी के बच्चे
- वोल्गा से गंगा
- बहुरंगी मधुपुरी
- कनैला की कथा
उपन्यास
- बाईसवीं सदी
- जीने के लिए
- सिंह सेनापति
- जय यौधेय
- भागो नहीं, दुनिया को बदलो
- मधुर स्वप्न
- राजस्थानी रनिवास
- विस्मृत यात्री
- दिवोदास
आत्मकथा
- मेंरी जीवन यात्रा
जीवनी आ संस्मरण
- सरदार पृथ्वीसिंह
- नए भारत के नए नेता
- बचपन की स्मृतियाँ
- अतीत से वर्तमान
- स्तालिन
- लेनिन
- कार्ल मार्क्स
- माओ-त्से-तुंग
- वीर चन्द्रसिंह गढ़वाली
- सिंहल घुमक्कड़ जयवर्धन
- कप्तान लाल
- सिंहल के वीर पुरुष
- महामानव बुद्ध
- घुमक्कड़ स्वामी
- मेरे असहयोग के साथी
- जिनका मैं कृतज्ञ
यात्रा साहित्य
राहुल जी क सभसे महत्व वाला साहित्य हवे उनकर यात्रा साहित्य[४]:
- लंका
- जापान
- इरान
- किन्नर देश की ओर
- चीन में क्या देखा
- मेरी लद्दाख यात्रा
- मेरी तिब्बत यात्रा
- तिब्बत में सवा बर्ष[५]
- रूस में पच्चीस मास
अनुवाद
- मज्झिम निकाय - हिंदी अनुवाद
- दीघ निकाय - हिंदी अनुवाद
- संयुत्त निकाय - हिंदी अनुवाद
निबंध
- ऋग्वैदिक आर्य
- दर्शन दिग्दर्शन
- तुम्हारी क्षय - भारतीय जाती व्यवस्था, चल चलन पर व्यंग
- मध्य एसिया का इतिहास
- दक्खिनी हिंदी का व्याकरण
इहो देखल जाय
संदर्भ
- ↑ १.० १.१ १.२ टेम्पलेट:Cite book
- ↑ विश्वमोहन तिवारी, हिंदी का यात्रा साहित्य, पन्ना 58
- ↑ टेम्पलेट:Cite book
- ↑ मीरा गौतम, अन्तिम दो दशकों क हिंदी साहित्य, पन्ना 242
- ↑ विष्णुचंद्र शर्मा, तिब्बत में सवा वर्ष, पन्ना xii