बिहार

भारतपीडिया से
Jump to navigation Jump to search

टेम्पलेट:Infobox state बिहार भारत के एगो राज्य ह, जवन कि उत्तरी आ पूरबी भारत में[१][२][३] स्थित बा, ई टेम्पलेट:Convert क्षेत्रफल वाला राज्य भारत के तेरहवाँ सबसे बड़ राज्य ह आ जनसंख्या के हिसाब से भारतीय राज्यन में तिसरा नंबर पर बा। बिहार राज्य के सीमा पश्चिम में उत्तर प्रदेश आ उत्तर में नेपाल से सटल बा जबकि पुरुब ओर पच्छिम बंगाल आ दक्खिन में झारखंड से सटल बाटे। बिहार एगो मैदानी राज्य ह, बिहार के मैदान में पच्छिम से पुरुब बहे वाली गंगा नदी एकरा के दू हिस्सा में बाँटे ली।[४] सांस्कृतिक रूप से बिहार के चार गो क्षेत्रन में बाँटल जाला, अंगिका, मगध, मिथिलाभोजपुर[५]

15 नवंबर 2000 दक्खिनी बिहार के दक्खिनी हिस्सा के अलग क के झारखंड राज्य बनावल गइल।[६] बिहार के खाली भर 11.3% जनसंख्या शहर में रहे ले, एह मामिला में भारत में बिहार सभसे नीचे बा (हिमाचल प्रदेश के छोड़ के)।[७] एकरे अलावा लगभग 58% जनसंख्या 25 बरिस से कम उमिर के बा[८] आ भारत के अन्य राज्यन के तुलना में बिहार कमउमिर लोग के अनुपात के मामिला में सभसे उपर बा। बिहार के आधिकारिक भाषा हिंदीउर्दू हईं आ अन्य चलनसार भाषा सभ में भोजपुरी, मैथिली, आ मगही बाड़ी सऽ।

प्राचीन काल में बिहार के सत्ता, शक्ति, अध्ययन आ संस्कृति के केंद्र मानल जाय।[९] मगध में भारत के पहिला साम्राज्य, मौर्य साम्राज्य, के उदय भइल आ दुनिया के प्रसिद्ध धर्म, बौद्ध धर्म के प्रवर्तक गौतम बुद्ध के कर्मभूमि भी बिहार रहल।[१०] मौर्य आ गुप्त बंस के शासन के दौरान मगध साम्राज्य दक्खिनी एशिया के ज्यादातर हिस्सा के एक ठो केन्द्रीय सत्ता में बान्हे के काम कइलस।[११] बिहार के अन्य क्षेत्र मिथिला प्राचीन काल में विदेह राज के हिस्सा रहल आ ब्राह्मण लोग के ज्ञान खातिर आ अध्ययन केंद्र के रूप में परसिद्ध रहल।[१२]

1970 के दशक के बाद से बिहार सामाजिक आर्थिक बिकास के मामिला में अन्य भारतीय राज्य सभ से बहुत पाछे छूटत गइल।[१३][१४][१५] कई ठे अर्थशास्त्री आ सामाजिक बिग्यानी लोग एकर कारन के रूप में केंद्र सरकार के नीति के देखेला, उदाहरण खातिर, भाड़ा बराबरी के नीति, जवना के तहत भारत में कहीं भी उद्योग लगावे के उद्देश्य राखल गइल आ केंद्र सरकार कच्चा माल आ खनिज के ढोवाई में सब्सिडी दे जेकरे कारण एह इलाका सभ में उद्योग ला लाग पावल।[१६][१७] एकरे अलावा केंद्र सरकार के उपेक्षा,[८][१८][१९] बिहारी लोग के अंदर एकता के भावना के कमी,[१७][२०][२१] आ 1793 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा लागू कइल गइल इस्तमरारी बंदोबस्त, जेवना में जमींदारी प्रथा के जामीन के राजस्व वसूली कइल जाले,[१७] नियर कारण गिनावल जालें। हालाँकि, अब के सरकार बिहार के बिकास के क्षेत्र में तेजी से काम कइले बाटे।[२२] शासन ब्यवस्था में सुधार के बाद इहाँ इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में निवेश में बढ़ती देखल गइल बा,[२३] स्वास्थ सुबिधा पहिले से बेहतर भइल बा, शिक्षा पर जोर बढ़ल बा, आ अपराध आ भ्रष्टाचार में कमी आइल बा।[२४][२५]

इतिहास

टेम्पलेट:मुख्य

बिहार के महातम ना केवल अभिए बल्कि बहुत पहिले से हवे। प्राचीन भारत में लगभग 475 ई. तक यानि गुप्त वंश तक जेतना भी राजा भइलन उनकर बिहारे एगो राज्य रहल औरी जवन अपना ओर सभेके लुभवलस। एकर प्रमाण उ लोग के राजधानी से लगावल जा सकेला। पुरनका बिहार जेकरा में अंग (पूरबी बिहार), बिदेह (उत्तर बिहार), मगध (दखिन बिहार) अउर वैशाली/लिच्छवी (उत्तर बिहार) शामिल रहे, उ पुरनका भारत में शक्ति, ज्ञान अउर संस्कृति के केंद्र रहल। मगध से भारत के पहिलका सबसे महान साम्राज्य उभरल, जेकरा के सभे मौर्य साम्राज्य के नाम से जानत बा, उ संसार के वोह साम्राज्यन में रहे, जवन कि धरम का पालन करत रहे। मगध साम्राज्य पूरा दखिनी एशिया को एक राज के अन्दर कइले रहे। एह काम में मौर्य साम्राज्य के अलावे गुप्त राजवंश के भी खूबे योगदान रहे। बिहार जेकर राजधानी पटना ह, ओकरा के पाटलिपुत्र, कुसुमपुर नाम से भी जानल जाला, जवन कि भारतीय सभ्यता के बहुत खास केंद्र रहे के प्रसिद्धि हासिल कइले बा। एही क्रम में शिक्षा के महत्त्वपूर्ण केंद्र नालंदा विश्वविद्यालय के स्थान भी ना केवल भारत में ही अपितु पूरा विश्व में प्रसिद्ध बा।

प्राचीन

प्राचीन काल में मगध के साम्राज्य देश के सबसे शक्तिशाली साम्राज्यन में से एगो रहल। अहिजा से मौर्य वंश, गुप्त वंश तथा अन्य कई राजवंशकुल देश के अधिकतर हिस्सवन पर राज कइले। मौर्य वंश के शासक सम्राट अशोक के साम्राज्य पश्चिम में अफ़ग़ानिस्तान तक फैलल रहल। मौर्य वंश के शासन 325 ईस्वी पूर्व से 185 ईस्वी पूर्व तक रहल। छठी आ पांचवी सदी इसापूर्व में अहिजा बौद्ध तथा जैन धर्मवन के उद्भव भइल। अशोक, बौद्ध धर्म के प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभइले रहलन आ उ आपन लईका महेन्द्र के बौद्ध धर्म के प्रसार खातिर श्रीलंका भेजले। उ आपन लईका के पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना) के एगो घाट से विदा कइले रहलन जवन महेन्द्र के नाम से अब भी महेन्द्रू घाट कहल जाला। बाद में बौद्ध धर्म चीन तथा चीन के रास्ते जापान तक पहुंच गइल।

बिहार के इतिहासी नाम मगध रहल। बिहार के राजधानी पटना के इतिहासी नाम पाटलिपुत्र ह।

मध्यकाल

बारहवीं सदी में बख्तियार खिलजी बिहार पर आधिपत्य जमा लिहले। उके बाद मगध देश के प्रशासनिक राजधानी ना रहल। जब शेरशाह सूरी, सोलहवीं सदी में दिल्ली के मुगल बाहशाह हुमायूँ के हरा के दिल्ली के सत्ता पर कब्जा कइले तब बिहार के नाम पुनः प्रकाश में आइल पर इ अधिक दिनन तक ना रह पावल। अकबर बिहार पर कब्जा करके बिहार के बंगाल में विलय कर दिहले। इके बाद बिहार के सत्ता के बागडोर बंगाल के नवाबन के हाथन में चल गइल। बिहार के अतीत गौरवशाली रहल बा।

आधुनिक

1857 के प्रथम सिपाही विद्रोह में बिहार के बाबू कुंवर सिंह महत्वपूर्ण भूमिका निभइले। 1912 में बंगाल प्रेसीडेंसी के विभाजन के फलस्वरूप बिहार और उड़ीसा नाम के प्रांत अस्तित्व में आइल। पर 1936 में उड़ीसा बिहार से अलग कर दिहल गइल। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान बिहार के चंपारण के विद्रोह के, अंग्रेजवन के खिलाफ बग़ावत फैलावे में अग्रगण्य घटनावन में से एगो गिनल जायेला। स्वतंत्रता के बाद बिहार के एक और विभाजन भइल बा सन् 2000 में झारखंड राज्य बिहार से अलग कर दिहल गइल। भारत छोड़ो आंदोलन में भी बिहार के गहन भूमिका रहल।

भूगोल आ जलवायु

टेम्पलेट:Main

टेम्पलेट:Infobox

बिहार के जलवायु में बिबिधता देखे के मिले ले। आमतौर पर इहाँ तापमान के दसा उपोष्णकटिबंधी पावल जाला जहाँ खूब गरम गर्मी के सीजन आ ठंडा जाड़ा के सीजन मिले ला। बिहार एगो बिसाल उपजाऊ मैदानी हिस्सा हवे आ इहाँ गंगा मुख्य नदी हवे; गंगा के सहायिका नदी सभ में उत्तर से गंडक, कोसी बागमती इत्यादि नदी आ के मिले लीं आ इनहन के कारण लगभग हर साल बिहार में बाढ़ के स्थिति पैदा हो जाले। उत्तर से आवे वाली नदी सभ में सगरी प्रमुख आ बड़हन नदी नेपाल से निकले लीं आ तराई के मैदान में आवे पर अचानक ढाल में कमी पा के बिसाल इलाका में फइल के बहे लागे लीं। बिहार राज्य के कुल जमीनी रकबा टेम्पलेट:Convert बा आ इ राज्य 24° 20' 10" N से 27° 31' 15" N अक्षांश आ 83° 19' 50" E से 88° 17' 40" E देशांतर के बीच बिस्तार लिहले बाटे। समुंद्रतल से औसत ऊंचाई लगभग टेम्पलेट:Convert बाटे।

गंगा नदी बिहार के दू हिस्सा में बाँटे ले आ पच्छिम से पुरुब ओर के दिसा में एह राज्य के बीच से बहे ले। एकरा अन्य सहायिका सभ में सोन, बूढ़ी गंडक, चंदन, ओढ़नी आ फल्गु नदी बाड़ी स। उत्तर में नेपाल देस में बिहार से कुछे दूर पर हिमालय परबत के सभसे दक्खिनी श्रेणी सभ पहाड़ी के रूप में सुरू हो जालीं आ ई पहाड़ भले भौतिक रूप से बिहार के हिस्सा ना होखें, बाकिर इनहन के परभाव बिहार के थलरूप, आबोहवा आ संस्कृति पर जरूर देखल जा सके ला। बिहार के मध्यभाग आ दक्खिनी हिस्सा में भी कुछ छोटहन पहाड़ी पावल जालीं, जइसे कि राजगीर के पहाड़ी; दक्खिन में मौजूद राज्य झारखंड में छोटानागपुर के पठार पड़े ला जे साल 2000 से पहिले बिहारे के हिस्सा रहल।

बनस्पति आ जियाजंतु

बिहार में सरकारी तौर पर घोषित जंगल टेम्पलेट:Convert के क्षेत्रफल पर बा, ई बिहार के कुल रकबा के 7.2% हिस्सा बाटे।[२६]टेम्पलेट:Failed verification हिमालय के निचली पहाड़ी वाला हिस्सा के दक्खिन में सोमेश्वर आ दून पहाड़ी (चंपारण जिला) सभ के इलाका में नम पतझड़ बन के पट्टी पावल जाले। एह क्षेत्र में घास आ झाड़ीनुमा बनस्पति आ सरपत बंसी झाड़ी (मूँज, नरकट, कतरा इत्यादि) सभ भी पावल जाली। एह इलाका में बरखा के मात्रा टेम्पलेट:Convert के लगभग होला आ साल के बन खाती एकदम सटीक जलवायु होले। सभसे प्रमुख आ महत्व के फेड़ साल, खैर, आ सेमर बाने। सहरसा आ पूर्णिया जिला में भी नम पतझड़ वाली बनस्पति मिले ले।[२७] साल (Shorea Robusta), केंदू भा तेंदू (Diospyros melanoxylon), सलाई (Boswellia serrata), साज (Terminalia tomentose), बहेड़ा (Terminalia bellerica), अर्जुन (Terminalia Arjuna), पैसार (Pterocarpus Marsupium), महुआ (Madhuca indica) इत्यादि बिहार के प्रमुख बृक्ष हवें।

वाल्मीकि नेशनल पार्क, पच्छिम चंपारण जिला में, लगभग टेम्पलेट:Convert रकबा के इलाका में फइलल जंगली इलाका बाटे, ई भारत के 18वां राष्टीय पार्क हवे आ बाघ सभ के घनत्व के मामिला में भारत में चउथा नमर पर बा।[२८] एह रिजर्व इलाका में बिबीधता वाले क्षेत्र बाने आ बिबिध प्रकार के जियाजन्तु आ बनस्पति के आवास बा, मुख्य रूप से शेर खाती एह भाग के संरक्षण कइल गइल बा।

टेम्पलेट:Clear

भाषा

टेम्पलेट:मुख्य

बिहार राज्य के अधिकृत सरकारी काम-काज के भाषा हिंदी हवे अउरी दूसरकी सरकारी भाषा उर्दू ह जेकर प्रयोग मुख्य रूप से पढ़े-पढ़ावे, कानूनी काम-काज इत्यादि में ही होला। बिहारी लोगन के आपस के काम-धाम आ बात-चीत के माध्यम बा:

भोजपुरी

मुख्य रूप से गोपालगंज जिला, सीवान जिला, छपरा जिला, पुरुबी चंपारण जिला, पच्छिम चंपारण जिला, भोजपुर जिला, रोहतास जिला, बक्सर जिला, आरा जिला, भभुआ जिला जिला में बोलल जाला।

मैथिली

मुख्य रूप से सीतामढ़ी जिला, दरभंगा जिला, मधुबनी जिला, समस्तीपुर जिला, मधेपुरा जिला, सुपौल जिला, शिवहर जिला, इत्यादि जिलन में बोलल जाला।

अंगिका (मैथिली के वेरायटी)

मुख्य रूप से भागलपुर जिला, बांका जिला, मुंगेर जिला, बेगूसराय जिला, खगड़िया जिला, लक्खीसराय जिला, शेखपुरा जिला, जमुई जिला, कटिहार जिला, सहरसा जिला, पूर्णिया जिला, इत्यादि जिलन में बोलल जाला।

बज्जिका (मैथिली के वेरायटी)भी कुछ जगह पर बोलल जाला।
मगही

मुख्य रूप से पटना जिला, गया जिला, नालन्दा जिला, नवादा जिला, जहानाबाद जिला, औरंगाबाद जिला, इत्यादि जिलन में बोलल जाला।

टेम्पलेट:Clear

संदर्भ

टेम्पलेट:Reflist

बाहरी कड़ी

टेम्पलेट:भारत के राज्य अउरी संघ राज्यक्षेत्र टेम्पलेट:बिहार के जिला

टेम्पलेट:Authority control